माँ पर शायरी
माँ, माँ एक ऐसा शब्द है, जो दिल को छू जाता है, हर गम को भुला देता है, दर्द मिटा देता है। माँ शब्द एक ऐसा जादू है, जो मन में समा जाता है। घाव को भर देता है, प्यार का एहसास दिलाता है, माँ का नाम लेते ही, संकट दूर भाग जाते हैं, भय पास नहीं आ पाता है, मन में शांति छा जाती है। माँ एक ऐसी शक्ति है, जो शक्ति देती है, दुखों को हर लेती है, कर्तव्य पथ पर चलने की, हिम्मत देती रहती है। माँ नाम महान है, माँ का एहसास बड़ा है, जुबान से निकला यह शब्द, हर दर्द की दवा है, ये दुनिया से प्यारी है जग से न्यारी है । माँ शब्द अपने आप में ही पूर्ण है. माता शब्द में ‘मा’ का अर्थ है ममतामयी तथा ‘ता’ का अर्थ है तारक अर्थात तारनेवाली. माँ इस संसार रूपी भंवर से रक्षा करनेवाली होती है. माँ के स्मरण मात्र से ही एक भावभीनी सुगंध से मन का हर कोंना महक उठता है, सुवासित हो उठता है.माँ के समान कोई भी प्रिय नहीं होता. हमारी माँ इस विश्व की सबसे सुन्दर माँ है. साक्षात् लक्ष्मी स्वरुप है. हमारी हर साँस में बसी है. हम जितना स्वयं को नहीं जानते उससे ज्यादा हमारी माँ हमें जानती है. हमारी हर सांस उनकी ऋणी है. माँ जैसी सरल एवं निश्छल प्राणी इस पृथ्वी पर मिलना कठिन है. जैसे वट वृक्ष खुद धूप में तपके पथिक को छांव में सुकून देता है उसी तरह हमारी माँ हमारे हर दुःख सुख में हमें शीतलता प्रदान करती रहती है. माँ ने हमें विवेक शक्ति दी है जिसके द्वारा हम संसार रूपी भंवर में डूबने से बच जाते हैं. आस्था की भंडार माँ हमारे हृदय में ईश्वर के प्रति अनुराग जगाती है. स्वयं स्पृहाहीन ,किसी बात की अपेक्षा नहीं, जो कुछ है मात्र संतान के लिए ही है यही माँ की सोच है.. माँ का साथ हमें हर पल जीवन्त बनाता है. माँ की जिम्मेदारियां कभी खत्म नहीं होती है. एक तरफ बच्चा जब बड़ा होता है तो पुनः माँ अपने बच्चे के बच्चे केलिए समर्पित हो जाती है. मानव को ईश्वर ने माँ के रूप में बहुत बड़ा उपहार दिया है. आज कुछ लोग इस अनमोल धरोहर को संभाल नहीं पा रहें है.स्वार्थवश माँ की गरिमा को भूल गए हैं. उनकी कद्र नहीं करते अपमानित करते रहते हैं. साथ में नहीं रखना चाहते. समाज में ऐसी बहुत घटनाये होती हैं जिसमें माताएं अपमानित होती रहती हैं. और हम मूक दर्शक बनकर देखते रहते हैं. माँ का हृदय तार-तार होता रहता है. इस सब के बावजूद माँ के हलक से एक ही आशीष निकलता है”जीओ मेरे लाल”.
एक बहुत पुरानी कथा है कि बहूके बहकावे में आकर बेटे ने माँ का गला काट दिया और ज्योंहि आगे बढ़ा तो पत्थर से टकराकर गिरने लगा तो माँ के मुख से निकला की ” संभलकर बेटा”. माँ ऐसी होती है. हम इस दुनिया की सभी माओं को नमन करते हैं .
1. Maa Toh Jannat Ka Phool Hai,
Pyaar Karna Uska
Usool Hai,
Duniya Ki Mohabbat
Fijool Hai,
Maa Ki Har Dua
Kabool Hai,
Maa Ko Naraaj
Karna Insaan Teri Bhul Hai.
Maa Ke Kadmo Ki
Mitti Jannat Ki Dhool Hai.
माँ तो जन्नत का फूल है,
प्यार करना उसका उसूल है,
दुनिया की मोहब्बत फिजूल है,
माँ की हर दुआ कबूल है,
माँ को नाराज करना इंसान तेरी भूल है,
माँ के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल
है।
2.
Gin Leti Hai Din Bagair Mere Gujare Hain Kitne,
Bhala Kaise Kah
Doon Ki Maa Anparh Hai Meri.
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं
कितने,
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।
3.
Pahaado Jaise Sadme Jhelti Hai Umr Bhar Lekin,
Bas Ik Aulad Ki
Takleef Se Maa Toot Jati Hai.
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर
लेकिन,
बस इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती
है।
4.
Aye Andhere Dekh Tera Munh Kala Ho Gaya,
Maa Ne Aankhein
Khol Di Ghar Mein Ujala Ho Gaya.
ऐ अँधेरे देख मुँह तेरा काला हो गया,
माँ ने आँखें खोल दी, घर में उजाला हो गया।
5.
Kuchh Iss Tarah Mere Gunaaho Ko Dho Deti Hai,
Maa Bahut Gusse
Mein Hoti Hai Toh Ro Deti Hai.
कुछ इस तरह वो मेरे गुनाहों को धो देती
है,
माँ बहुत गुस्से मे होती है तो रो देती
है।
6.
Jab Jab Kagaj Par Likha Maine Maa Ka Naam,
Kalam Adab Se Bol
Uthi Ho Gaye Charo Dhaam.
जब-जब कागज पर लिखा मैने माँ का नाम,
कलम अदब से बोल उठी हो गये चारो धाम।
7.
Tu Ne To Rula Ke Rakh Diya Ai Zindagi,
Ja Kar Poochh Meri
Maa Se Kitna Laadala Tha Main.
तू ने तो रुला के रख दिया ऐ ज़िन्दगी,
जा कर पूछ मेरी माँ से कितना लाड़ला था
मैं।
8.
Dua Ko Haath Uthaate Huye Larazta Hoon,
Kabhi Duaa Nahin
Maangi Thi Maa Ke Hote Huye.
दुआ को हाथ उठाते हुए लरज़ता हूँ,
कभी दुआ नहीं माँगी थी माँ के होते
हुए।
9.
Shahar Mein Jakar Parhne Wale Bhool Gaye,
Kis Ki Maa Ne
Kitna Zewar Becha Tha.
शहर में जाकर पढ़ने वाले भूल गए
किसकी माँ ने कितना ज़ेवर बेचा था।
10.
Jannat Ke Har Lamhe Ka Deedar Kiya Tha,
God Mein LeKar Jab
Maa Ne Pyar Kiya Tha.
जन्नत के हर लम्हे का दीदार किया था,
गोद में लेकर जब माँ ने प्यार किया था।
11.
Ai Maa Phir Se Mujhe Mera Basta De De,
Duniya Ka Diya
Sabak Mushkil Bahut Hai.
ऐ माँ फिर से मुझे मेरा बस्ता दे दे,
दुनिया का दिया सबक मुश्किल बहुत है।
12.
Uss Rab Ne Maa Ko Yeh Taaqat Kamaal Di,
Uski Duaa Par Har
Musibat Bhi Taal Di,
Maa Ke Pyar Ki
Kuchh Iss Tarah Misaal Di,
Ki Jannat Uthaakar
Maa Ke Qadamo Mein Daal Di.
उस रब ने माँ को यह ताक़त कमाल दी,
उसकी दुआ पर हर मुसीबत भी टाल दी,
माँ के प्यार की कुछ इस तरह मिसाल दी,
कि जन्नत उठाकर माँ के क़दमों में डाल
दी।
13.
Chalti Firti Aankhon Se Azaan Dehi Hai,
Maine Jannat Toh
Nahi Dekhi Hai Maa Dekhi Hai.
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी
है।
14.
Tere Kadmon Mein Yeh Saara Jahan Hoga Ek Din,
Maa Ke Hothhon Pe
Tabassum Ko Sajaane Wale.
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक
दिन,
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने
वाले।
15.
Sar Par Jo Haath Fere Toh Himmat Mil Jaye,
Maa Ek Baar
Muskura De Toh Jannat Mil Jaye.
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये,
माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल
जाये।
16.
Soona Soona Sa Mujhe Yeh Ghar Lagta hai,
Maa Jab Nahi Hoti Toh
Bahut Darr Lagta Hai.
सूना-सूना सा मुझे ये घर लगता है,
माँ जब नहीं होती तो बहुत डर लगता है।
17.
Maine Kal Shab Chahton Ki Sab Kitaabein Faad Di,
Sirf Ek Kagaz Par
Lafze Maa Rahne Diya.
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़
दी,
सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने
दिया।
18.
Bhookh Toh Ek Roti Se Bhi Mit Jaati Maa,
Agar Thali Ki Wo
Roti Tere Haath Ki Hoti.
भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती माँ,
अगर थाली की वो रोटी तेरे हाथ की होती।
19.
Kisi Bhi Mushkil Ka Ab Kisi Ko Hal Nahi Milta,
Shayad Ab Ghar Se
Koi Maa Ke Pair Chhukar Nahi Nikalta.
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल
नहीं मिलता,
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर
नहीं निकलता।
20.
Umar Bhar Teri Mohabbat Meri Khidmatgar Rahi
Maa,
Main Teri Khidmat
Ke Qabil Jab Hua Tu Chali Gayi Maa.
उमर भर तेरी मोहब्बत मेरी खिदमतगार रही
माँ,
मैं तेरी खिदमत के काबिल जब हुआ तू चली
गयी माँ।
21.
Kisi Ko Ghar Mila Kisi Ke Hisse Mein Dukan Aayi,
Main Ghar Mein
Sabse Chhota Tha Mere Hisse Mein Maa Aayi.
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई
दुकान आई,
मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से
में माँ आई।
22.
Abhi Zinda Hai Maa Meri Mujhe Kuchh Bhi Nahi
Hoga,
Main Jab Ghar Se
Nikalta Hoon Duaayein Sath Chalti Hain.
अभी जिंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी
नहीं होगा,
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआयें साथ
चलती हैं।
23.
Khuda Ne Yeh Sifat Duniya Ki Har Aurat Ko
Bakhshi Hai,
Ke Woh Paagal Bhi
Ho Jaye Toh Bete Yaad Rehte Hain.
ख़ुदा ने ये सिफ़त दुनिया की हर औरत को
बख्शी है,
कि वो पागल भी हो जाए तो बेटे याद रहते
है।
24.
Bahut Bura Ho Phir Bhi Usko Bahut Bhala Kahti
Hai,
Apna Ganda Bachcha
Bhi Maa Doodh Ka Dhula Kahti Hai.
बहुत बुरा हो फिर भी उसको बहुत भला
कहती है
अपना गंदा बच्चा भी माँ दूध का धुला
कहती है।
25.
Nahi Ho Sakta Kad Tera Uncha Kisi Bhi Maa Se Ai
Khuda,
Tu Jise Aadmi
Banata Hai Woh Use Insaan Banati Hai.
नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ
से ए खुदा,
तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इन्सान बनाती है।
26.
Sab Kuchh Mil Jata Hai Duniya Mein Magar,
Yaad Rakhna Ki Bas
Maa-Baap Nahi Milte,
Murjha Kar Jo Gir
Jaaye Ek Baar Dali Se,
Yeh Aise Phool
Hain Jo Phir Nahi Khilte.
सबकुछ मिल जाता है दुनिया में मगर,
याद रखना की बस माँ-बाप नहीं मिलते,
मुरझा कर जो गिर गए एक बार डाली से,
ये ऐसे फूल हैं जो फिर नहीं खिलते।
27.
Rooh Ke Rishto Ki Yeh Gehraiyan To Dekhiye,
Chot Lagti Hai
Humein Aur Chillati Hai Maa,
Hum Khushiyon Mein
Maa Ko Bhale Bhi Bhool Jayein,
Jab Musibat Aa
Jaye Toh Yaad Aati Hai Maa.
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो
देखिये,
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है माँ,
हम खुशियों में माँ को भले ही भूल
जायें,
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है माँ।
28.
Meri Khatir Tera Roti Pakaana Yaad Aata Hai,
Apne Haathon Ko
Chulhe Mein Jalana Yaad Aata Hai.
Woh Daant-Daant
Kar Khana Khilana Yaad Aata Hai,
Mere Vaaste Tera
Paisa Bachana Yaad Aata Hai.
Kahin Ho Na Jaye
Ghar Ki Musibat Laal Ko Maloom,
Chhupa Kar
Takleefe Tera Muskurana Yaad Aata Hai.
Meri Khatir Tera
Roti Pakaana Yaad Aata Hai,
Apne Haathon Ko
Chulhe Mein Jalana Yaad Aata Hai.
Woh Daant-Daant
Kar Khana Khilana Yaad Aata Hai,
Mere Vaaste Tera
Paisa Bachana Yaad Aata Hai.
Kahin Ho Na Jaye
Ghar Ki Musibat Laal Ko Maloom,
Chhupa Kar
Takleefe Tera Muskurana Yaad Aata Hai.
Jab Aaye The Tujhe
Hum Chhod Kar Pardesh Meri Maa,
Mujhe Woh Tera
Bahut Aansu Bahana Yaad Aata Hai.
मेरी खातिर तेरा रोटी पकाना याद आता है,
अपने हाथो को चूल्हे में जलाना याद आता
है।
वो डांट-डांट कर खाना खिलाना याद आता
है,
मेरे वास्ते तेरा पैसा बचाना याद आता
है।
कही हो जाये ना घर की मुसीबत लाल को मालूम,
छुपा कर तकलीफें तेरा मुस्कुराना याद
आता है।
जब आये थे तुझे हम छोड़ कर परदेश मेरी
माँ,
मुझे वो तेरा बहुत आंसू बहाना याद आता
है।
29.
Sakht Raahon Mein Bhi Aasaan Safar Lagta Hai,
Yeh Meri Maa Ki
Duaaon Ka Asar Lagta Hai.
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है।
30.
Jab Bhi Kashti Meri Sailaab Mein Aa Jaati Hai,
Maa Dua Karti Hui
Khwaab Mein Aa Jaati Hai.
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
माँ दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है।
31.
Sakht Raahon Mein Bhi Aasaan Safar Lagta Hai,
Yeh Meri Maa Ki
Duaaon Ka Asar Lagta Hai.
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है।
32.
Jab Bhi Kashti Meri Sailaab Mein Aa Jaati Hai,
Maa Dua Karti Hui
Khwaab Mein Aa Jaati Hai.
जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
माँ दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है।
33.
Uske Hontho Pe Kabhi Bad-dua Nahi Hoti,
Bas Ek Maa Hai Jo
Kabhi Khafa Nahi Hoti.
उसके होंठों पे कभी बद्दुआ नहीं होती,
बस इक माँ है जो कभी खफा नहीं होती।
34.
Maang Lun Yeh Duaa Ke Fir Yahi Jahaan Mile,
Fir Wahi God Mile
Fir Wahi Maa Mile.
मांग लूँ यह दुआ कि फिर यही जहाँ मिले,
फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले।
35.
BadDuaa Santaan Ko Ek Maa Kabhi Deti Nahin,
Dhoop Se Chhale
Mile Jo Chhaon Baithhi Hai Sehej.
बद्दुआ संतान को इक माँ कभी देती नहीं,
धूप से छाले मिले जो छाँव बैठी है
सहेज।
36.
Woh Toh Likha Ke Laayi Hai Kismat Mein Jaagna,
Maa Kaise So
Sakegi Ki Beta Safar Mein Hai.
वो लिखा के लायी है किस्मत में जागना,
माँ कैसे सो सकेगी कि बेटा सफ़र में है।
37.
Jara Si Baat Hai Lekin Hawaa Ko Kaun Samjhaye,
Ki Meri Maa Diye
Se Mere Liye Kajal Banati Hai.
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए,
कि मेरी माँ दिए से मेरे लिए काजल
बनाती है।
38.
Woh Toh Likha Ke Laayi Hai Kismat Mein Jaagna,
Maa Kaise So
Sakegi Ki Beta Safar Mein Hai.
वो लिखा के लायी है किस्मत में जागना,
माँ कैसे सो सकेगी कि बेटा सफ़र में है।
39.
Jara Si Baat Hai Lekin Hawaa Ko Kaun Samjhaye,
Ki Meri Maa Diye
Se Mere Liye Kajal Banati Hai.
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए,
कि मेरी माँ दिए से मेरे लिए काजल
बनाती है।
40.
Zakhm Jab Bachche Ko Lagta Hai Toh Maa Roti Hai,
Aisi Nisbat Kisi
Aur Rishte Mein Kahan Hoti Hai.
ज़ख्म जब बच्चे को लगता है तो माँ रोती
है,
ऐसी निस्बत किसी और रिश्ते में कहाँ
होती है।
41.
Maa Pehle Aansu Aate The To Tum Yaad Aati Thi,
Aaj Tum Yaad Aati
Ho Aur Aansu Nikal Aate Hai.
माँ पहले आँसू आते थे तो तुम याद आती
थी,
आज तुम याद आती हो और आँसू निकल आते
है।
42.
School Ka Woh Basta Mujhe Fir Se Thamaa De Maa,
Zindagi Ka Safar
Mujhe Badaa Mushkil Lagta Hai.
स्कूल का वो बस्ता मुझे फिर से थमा दे
माँ,
जिंदगी का सफ़र मुझे बड़ा मुश्किल लगता
है।
43.
Maa Tere Doodh Ka Haq Mujhse Adaa Kya Hoga,
Tu Naaraj Hai Toh
Khush Mujhse Khuda Kya Hoga.
माँ तेरे दूध का हक मुझसे अदा क्या
होगा,
तू नाराज है तो खुश मुझसे खुदा क्या
होगा।
44.
Seedha Sadha Bhola Bhala Main Hi Sabse Achchha
Hu,
Kitna Bhi Ho Jaau
Bada Maa Aaj Bhi Tera Bachcha Hun.
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से
सच्चा हूँ,
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा
बच्चा हूँ।
45.
Yun Toh Maine Bulandiyon Ke Har Nishaan Ko Chhuaa,
Jab Maa Ne God
Mein Uthaya Toh Aasman Ko Chhuaa.
यूँ तो मैंने बुलन्दियों के हर निशान
को छुआ,
जब माँ ने गोद में उठाया तो आसमान को
छुआ।
46.
Seedha Sadha Bhola Bhala Main Hi Sabse Achchha
Hu,
Kitna Bhi Ho Jaau
Bada Maa Aaj Bhi Tera Bachcha Hun.
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से
सच्चा हूँ,
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा
बच्चा हूँ।
47.
Yun Toh Maine Bulandiyon Ke Har Nishaan Ko
Chhuaa,
Jab Maa Ne God
Mein Uthaya Toh Aasman Ko Chhuaa.
यूँ तो मैंने बुलन्दियों के हर निशान
को छुआ,
जब माँ ने गोद में उठाया तो आसमान को
छुआ।
48.
Kala Teeka Doodh Malayi Aaj Bhi Sab Kuchh Waisa
Hai,
Main Hi Main Hu
Har Jagah Pyaar Yeh Tera Kaisa Hai.
काला टीका दूध मलाई आज भी सब कुछ वैसा
है,
मैं ही मैं हूँ हर जगह प्यार ये तेरा
कैसा है?
49.
Ghutno Se Rengate-Rengate Kab Pairon Par Khada
Hua,
Maa Teri Mamta Ki
Chhanv Mein Jaane Kab Bada Hua.
घुटनों से रेंगते-रेंगते जब पैरों पर
खड़ा हुआ,
माँ तेरी ममता की छाँव में जाने कब बड़ा
हुआ।
50.
Apni Maa Ko Kabhi Na Dekhu Toh Chain Nahi Aata
Hai,
Dil Na Jane Kyu
Maa Ka Naam Sochte Hi Bahal Jata Hai.
अपनी माँ को कभी न देखूँ तो चैन नहीं
आता है,
दिल न जाने क्यूँ माँ का नाम लेते ही
बहल जाता है।
51.
Kabhi Muskura De Toh Lagta Hai Zindgi Mil Gayi
Mujhko,
Maa Dukhi Ho Toh
Dil Mera Bhi Dukhi Ho Jata Hai.
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है ज़िंदगी मिल
गयी मुझको,
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो
जाता है।
52.
Apni Maa Ko Kabhi Na Dekhu Toh Chain Nahi Aata
Hai,
Dil Na Jane Kyu
Maa Ka Naam Sochte Hi Bahal Jata Hai.
अपनी माँ को कभी न देखूँ तो चैन नहीं
आता है,
दिल न जाने क्यूँ माँ का नाम लेते ही
बहल जाता है।
53.
Kabhi Muskura De Toh Lagta Hai Zindgi Mil Gayi
Mujhko,
Maa Dukhi Ho Toh
Dil Mera Bhi Dukhi Ho Jata Hai.
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है ज़िंदगी मिल
गयी मुझको,
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो
जाता है।
54.
Tere Daaman Mein Sitaare Hain Toh Hongein Aye
Falak,
Mujhko Meri Maa Ki
Maili Odhni Achchhi Lagi.
तेरे दामन में सितारे हैं तो होंगे ऐ
फलक,
मुझको मेरी माँ की मैली ओढ़नी अच्छी
लगी।
55.
Yeh Aisa Karz Hai Jise Main Adaa Kar Hi Nahi
Sakta,
Main Jab Tak Ghar
Na Aa Jaun Maa Sajde Mein Rehti Hai.
ये कैसा कर्ज़ है जिसे मैं अदा कर ही
नहीं सकता,
मैं जब तक घर न आ जाऊं माँ सजदे में
रहती है।
56.
Apni Maa Ko Kabhi Na Dekhu Toh Chain Nahi Aata
Hai,
Dil Na Jane Kyu
Maa Ka Naam Sochte Hi Bahal Jata Hai.
अपनी माँ को कभी न देखूँ तो चैन नहीं
आता है,
दिल न जाने क्यूँ माँ का नाम लेते ही
बहल जाता है।
57.
Kabhi Muskura De Toh Lagta Hai Zindgi Mil Gayi
Mujhko,
Maa Dukhi Ho Toh
Dil Mera Bhi Dukhi Ho Jata Hai.
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है ज़िंदगी मिल
गयी मुझको,
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो
जाता है।
58.
Tere Daaman Mein Sitaare Hain Toh Hongein Aye
Falak,
Mujhko Meri Maa Ki
Maili Odhni Achchhi Lagi.
तेरे दामन में सितारे हैं तो होंगे ऐ
फलक,
मुझको मेरी माँ की मैली ओढ़नी अच्छी
लगी।
59.
Yeh Aisa Karz Hai Jise Main Adaa Kar Hi Nahi
Sakta,
Main Jab Tak Ghar
Na Aa Jaun Maa Sajde Mein Rehti Hai.
ये कैसा कर्ज़ है जिसे मैं अदा कर ही
नहीं सकता,
मैं जब तक घर न आ जाऊं माँ सजदे में
रहती है।
1 Comments
Oswm @🥰🥰🥰
ReplyDelete